टाइफाइड, जिसे आम भाषा में मोतीझरा भी कहा जाता है, एक गंभीर संक्रमण है जो एक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह आमतौर पर दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है। भारत जैसे देशों में, जहां स्वच्छता की समस्या अधिक होती है, टाइफाइड एक आम स्वास्थ्य समस्या है। आइए विस्तार से समझते हैं टाइफाइड क्या है, इसके कारण और लक्षण।
टाइफाइड क्या है?
टाइफाइड एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है जो साल्मोनेला टाइफी नामक जीवाणु के कारण होता है। यह आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है। टाइफाइड के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, पेट दर्द, कब्ज या दस्त, थकान और भूख न लगना शामिल हैं। यह बीमारी गंभीर हो सकती है और अगर इसका इलाज न किया जाए तो जानलेवा भी साबित हो सकती है।
टाइफाइड के कारण
टाइफाइड ज़्यादातर गंदे पानी और भोजन के सेवन से होता है। इसके अन्य प्रमुख कारण हैं:
खराब स्वच्छता
टाइफाइड का मुख्य कारण साफ-सफाई की कमी है। दूषित पानी पीने या अस्वच्छ परिवेश में रहने से बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। स्वच्छता का ध्यान न रखना इस संक्रमण के फैलाव को बढ़ाता है।
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना
टाइफाइड संक्रमित व्यक्ति के सीधे या अप्रत्यक्ष संपर्क से फैल सकता है। अगर संक्रमित व्यक्ति स्वच्छता का पालन नहीं करता, तो उसकी व्यक्तिगत चीजों, जैसे कि बर्तन या टॉयलेट, के इस्तेमाल से बैक्टीरिया फैल सकते हैं।
संक्रमित खाद्य पदार्थ
अधूरी सफाई या दूषित जल से धोए गए फल और सब्जियां खाने से भी टाइफाइड हो सकता है। इन खाद्य पदार्थों में बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं, जो शरीर में संक्रमण पैदा करते हैं। ऐसे में खाने को अच्छी तरह धोना और पकाना जरूरी है।
टाइफाइड के लक्षण
टाइफाइड के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं और समय के साथ गंभीर हो सकते हैं। इनमें प्रमुख लक्षण शामिल हैं:
टाइफाइड का बुखार 102°F से 104°F तक जा सकता है।
इसमें पेट और डाइजेशन से संबंधी समस्याएं जैसे पेट दर्द, डायरिया, या कब्ज होते हैं।
पेट दर्द, डायरिया से संक्रमित व्यक्ति को अत्यधिक कमजोरी भी महसूस होती है।
इस बुखार में लगातार सर दर्द होना भी एक आम लक्षण है।
कुछ मामलों में त्वचा पर लाल धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं।
टाइफाइड से बचाव के उपाय
टाइफाइड एक गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण है जो दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है। इसे रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपायों को अपनाना जरूरी है:
साफ पानी पिएं
हमेशा उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं: टाइफाइड के बैक्टीरिया पानी में पाए जाते हैं। इसलिए, सीधे नल का पानी पीने से बचें। पानी को उबालकर या फिल्टर करके ही पीना चाहिए। जब घर से बाहर हों, तो बोतलबंद पानी का ही उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि बर्फ के टुकड़े भी साफ पानी से बने हों।
स्वच्छता का ध्यान रखें
भोजन बनाने से पहले और खाने के बाद हाथ धोना न भूलें: खाना बनाने से पहले और खाने के बाद साबुन और पानी से अच्छी तरह से हाथ धोएं। इससे बैक्टीरिया के फैलने का खतरा कम हो जाता है। सब्जियों और फलों को खाने से पहले अच्छी तरह से धोएं। खाना पकाने के बर्तनों को साफ रखें और उन्हें उबालकर साफ़ करें।
टीकाकरण (वैक्सीनेशन)
टाइफाइड का टीका लगवाने से इसका खतरा कम किया जा सकता है: टाइफाइड का टीका उपलब्ध है, जो इस बीमारी से बचाव में मदद करता है। विशेषकर यात्रा करने वाले लोगों को यह टीका लगवाना चाहिए। टीका लगवाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
बाहर का भोजन करने से बचें
सड़क किनारे या अस्वच्छ स्थानों पर भोजन न करें: सड़क किनारे या अस्वच्छ स्थानों पर भोजन करने से बचें, क्योंकि वहां भोजन की स्वच्छता की गारंटी नहीं होती है। अगर बाहर खाना ही है, तो साफ-सुथरे और विश्वसनीय रेस्तरां का चयन करें। जब संभव हो, तो घर से बना खाना ले जाएं।
साफ़ सफाई पर ध्यान दें
घर और आसपास की साफ-सफाई का ध्यान रखें। मक्खियां कई तरह के रोगों के कीटाणुओं को फैलाती हैं। इसलिए, खाने को ढककर रखें और मक्खियों से बचाव करें। कूड़ेदान को नियमित रूप से साफ करें और उसे ढककर रखें।
टाइफाइड का इलाज
टाइफाइड का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जाता है। डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं समय पर लेना आवश्यक है। इसके अलावा, बुखार और कमजोरी से राहत पाने के लिए तरल पदार्थ जैसे नारियल पानी, सूप, और फलों के रस का सेवन करें। टाइफाइड में जल्दी रिकवरी के लिए कुछ ज़रूरी टिप्स:
आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थ जैसे दलिया, उबले हुए चावल, सूप, और पके हुए फल खाएं।
खूब सारा पानी, जूस, और नारियल पानी पीएं। यह डिहाइड्रेशन से बचाएगा।
दही, छाछ जैसे प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ पाचन तंत्र को ठीक करने में मदद करते हैं।
शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम दें।
निष्कर्ष
टाइफाइड एक गंभीर लेकिन रोकथाम योग्य बीमारी है और इसका इलाज लंबा चल सकता है। इससे जुड़े मेडिकल खर्चे आपकी बचत पर असर डाल सकते हैं। इसलिए, बेस्ट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स(Best health insurance plans) चुनना बेहद जरूरी है। ये प्लान्स आपके अस्पताल के बिल, दवाओं, और उपचार की लागत को कवर करते हैं।
यदि आपका परिवार भी जोखिम में है, तो हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स फॉर फैमिली(Health Insurance Plans For Family) लेना आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। यह प्लान्स परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षा प्रदान करते हैं और अप्रत्याशित मेडिकल खर्चों का बोझ कम करते हैं। निवा बूपा के बेस्ट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स चुनकर आप और आपका परिवार आर्थिक रूप से सुरक्षित रह सकते हैं। हमेशा सतर्क रहें और स्वस्थ रहें।