ट्रंप का 'रेसिप्रोकल टैरिफ': भारत और दुनिया पर असर की पूरी कहानी

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पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने "रेसिप्रोकल टैरिफ" लागू करते हुए भारत समेत कई देशों पर बड़ा व्यापारिक श?

2 अप्रैल 2025 – वॉशिंगटन डी.सी.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को अमेरिका का "लिबरेशन डे" (मुक्ति दिवस) घोषित करते हुए एक बड़ी वैश्विक व्यापार नीति की घोषणा की – रेसिप्रोकल टैरिफ (पारस्परिक शुल्क)।

इस नई नीति के तहत अमेरिका अब उन सभी देशों पर उतना ही या उससे अधिक टैरिफ लगाएगा, जितना वे देश अमेरिका पर लगाते हैं। भारत के लिए यह टैरिफ 26% तक पहुंच गया है, जिससे भारतीय उत्पाद अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे।

? टैरिफ क्या होता है?

टैरिफ एक प्रकार का कर है जो किसी देश में बाहर से आने वाले उत्पादों पर लगाया जाता है। इसका उद्देश्य:

  • सरकार की कमाई बढ़ाना

  • घरेलू उद्योगों की रक्षा करना होता है।

? ट्रंप का रेसिप्रोकल टैरिफ कैसे काम करेगा?

  • 10% बेसलाइन टैरिफ: सभी देशों पर समान रूप से लागू (5 अप्रैल से प्रभावी)।

  • एडिशनल टैरिफ: हर देश द्वारा अमेरिका पर लगाए गए टैरिफ के हिसाब से अलग (9 अप्रैल से प्रभावी)।

  • भारत के लिए कुल टैरिफ = 10% + 16% = 26%

? भारत पर असर – किन सेक्टर्स पर सबसे ज्यादा प्रभाव?

1. कृषि सेक्टर:

  • डेयरी: पहले 16.8% टैरिफ, अब 42.8%

  • फल-सब्जियां: पहले 5.3%, अब 31.3% ➡ इससे अमेरिकी बाजार में भारतीय कृषि उत्पाद महंगे हो जाएंगे, जिससे निर्यात घट सकता है।

2. कपड़ा उद्योग:

पहले 11.7%, अब 37.7% टैरिफ
भारतीय कंपनियों को नुकसान, लेकिन बांग्लादेश जैसे प्रतिस्पर्धियों पर ज्यादा असर पड़ने से भारत को अवसर भी मिल सकता है।

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